अजमेर – कोरोनावायरस के कारण मोहर्रम पर इतिहास में पहली बार नहीं होंगे यह आयोजन
इतिहास में पहली बार मोहर्रम के आयोजन पर कोरोनावायरस पड़ा भारी, नहीं होंगे हाईदोस डोले की सवारी जैसे सामूहिक आयोजन
इतिहास में पहली बार मोहर्रम के मौके पर होने वाले आयोजन और हाईदोस कार्यक्रम नहीं किया जाएगा । जिला प्रशासन ने कोरोनावायरस गाइडलाइन का हवाला देते हुए आयोजन पर पाबंदी लगा दी है साथ ही जिला प्रशासन की ओर से हर वर्ष हाईदोस खेलने के लिए दी जाने वाले 100 तलवारे भी नही दी जाएगी वंही प्रशासन ने सामूहिक ताजिए निकालने पर भी प्रशासन की ओर से पाबंदी लगाई गई है ।
इतिहास में पहली बार आयोजन पर कोरोनावायरस की रही मार
कोरोनावायरस महामारी के कारण पिछले लंबे समय से विश्व प्रसिद्ध ख्वाजा गरीब नवाज की दरगाह बंद है ऐसे में मिनी उर्स के नाम से मशहूर मोहर्रम के आयोजन पर भी कई भवन जिया लगाई गई है इसी दौरान अंग्रेजी तारीख 27 से 30 तक होने वाले हाइदोस ताजिये डोले शरीफ की सवारी नकालने पर बजी भी पाबंदी लगा दी गई है अजमेर जिला कलेक्ट्रेट में आज मोहर्रम को लेकर जिला कलेक्टर प्रकाश राजपुरोहित एसपी कुंवर राष्ट्रदीप प्रशासनिक अधिकारियों के साथ ही दरगाह अंदर कोट पंचायत से जुड़ी विभिन्न संस्थाओं के पदाधिकारी मौजूद रहे इस मौके पर कलेक्टर और एसपी द्वारा सभी को दिशा निर्देश दिए गए और शांतिपूर्ण मोहर्रम के कार्यक्रम को करने के निर्देश दिए हैं ।
एसपी ने अपील जारी कर दिए निर्देश
इस मौके पर अजमेर एसपी राष्ट्रदीप ने मीडिया से बातचीत में बताया कि केंद्र और राज्य सरकार द्वारा कोरोनावायरस के बढ़ते मामलों को लेकर बड़े आयोजनों पर पाबंदियां लगाई गई है इसी गाइडलाइन की कारण अजमेर दरगाह में होने वाले मोहर्रम कार्यक्रम के दौरान विभिन्न कार्यक्रमों पर भी पाबंदियां जारी रहेगी यह इतिहास में पहला मौका होगा जब मोहर्रम के दिन विभिन्न आयोजन आयोजित नहीं किए जाएंगे उन्होंने कहा कि इस दौरान हाईदोस सामूहिक ताजिया डोले शरीफ की सवारी निकालने पर पाबंदी होगी और प्रशासनिक स्तर पर कोई भी आयोजन अदा नहीं करने दिए जाएगी इसके लिए सभी अंदर कोट दरगाह के सभी पदाधिकारियों से अपील की गई है कि वह इस कार्यक्रम को सूक्ष्म रूप से शांतिपूर्ण संपन्न करें और अपनी जरूरी रस्मों को पूरी की जाए इसे लेकर पुलिस प्रशासनिक तौर पर भी तमाम तैयारियां की जा रही है और कार्यक्रम पर भी नजर रखी जाएगी गौरतलब है कि इस आयोजन के दौरान हजारों की संख्या में लोग मौजूद रहते हैं और सैकड़ों की संख्या में तलवारों से हाईदोस् की रस्म और डोली की सवारी निकाली जाती है ।
अंदर कोर्ट पंचायत के पदाधिकारी आयोजन को लेकर करेंगे मुख्यमंत्री व अन्य कांग्रेस नेताओ से मुलाकात
वही अंदर कोर्ट पंचायत के मोहर्रम कन्वीनर एम एस खान ने बताया कि वह मोहर्रम की तमाम आयोजन हो इसके लिए मुख्यमंत्री व अन्य कांग्रेसी नेताओं से मुलाकात करेंगे और उनसे आग्रह करेंगे कि यह आयोजन मुस्लिम समाज के लिए विशेष होता है इसके लिए उन्हें इसकी अनुमति दें और एक सितंबर से धार्मिक स्थल खोले जा रहे हैं उन्हें कुछ दिन पहले ही खोल दिया जाए जिससे कि यह आयोजन हो सके जिसका सभी को लंबे समय से इंतजार था ।