उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी पहुचे तीर्थ नगरी पुष्कर
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री Pushkar Singh Dhami पुष्कर सिंह धामी पहुचे तीर्थ नगरी पुष्कर, एक दिवसीय धार्मिक दौरे के दौरान किए जगत पिता ब्रह्मा जी के दर्शन
पुष्कर । तीर्थ नगरी पुष्कर में उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी अपने एकदिवसीय धार्मिक यात्रा करने पहुंचे। स्थानीय प्रशासन द्वारा सुरक्षा व्यवस्थाओं के बीच मुख्यमंत्री धामी को सड़क मार्ग से पुष्कर लाया गया। जहां उन्होंने जगतपिता ब्रह्मा मंदिर में दर्शन कर पूजा अर्चना की।
भारी सुरक्षा व्यवस्थाओं के बीच
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री धामी रविवार को अपनी एक दिवसीय यात्रा तीर्थ नगरी पुष्कर पहुंचे। इस दौरान उन्होंने जगतपिता ब्रह्मा मंदिर में दर्शन किए। मुख्यमंत्री धामी के साथ पतंजलि योगपीठ के आचार्य बालकृष्ण,सांसद भागीरथ चौधरी, विधायक सुरेश सिंह रावत मौजूद रहे। मुख्यमंत्री धामी के पुष्कर पहुंचने पर विधायक सुरेश रावत के नेतृत्व में भाजपा कार्यकर्ताओं ने उनका फूल मालाओं से स्वागत किया। वही ब्रह्मा मंदिर प्रबंधन समिति ने उनको जगतपिता ब्रह्मा का छायाचित्र देकर स्वागत किया।
भाजपा कार्यकर्ताओं ने किया धामी का स्वागत
सुरक्षा व्यवस्था में तैनात पुलिस का अतिरिक्त जाब्ता
दर्शन करने के बाद श्री ब्रम्हा मन्दिर अस्थाई प्रबंधन कमेठी सचिव और एसडीएम सुखाराम पिंडेल ने सीएम धामी को दुपट्टा ओढ़ाकर स्वागत सम्मान किया।
उत्तराखंड आपदा पर मांगा जगतपिता ब्रह्मा का आशीर्वाद
मिडिया से बातचीत के दौरान उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बताया कि वे पुष्कर जगत पिता ब्रह्मा के द्वार उत्तराखंड में आई इस आपदा के दौर में सुख शांति की कामना लेकर आए हैं। उन्होंने भगवान से जोशीमठ की संरक्षण की कामना की है। जोशीमठ के आपदा प्रबंधन के संबंध में जब धामी से सवाल किया गया तो उन्होंने बताया कि केंद्र और राज्य सरकार की विभिन्न एजेंसी इस संबंध में कार्य कर रही है। सरकार द्वारा जोशीमठ से 270 परिवारों को सुरक्षित स्थान पर ले जाया गया है। इस संबंध में सरकार द्वारा कमेटी बनाकर दीर्घकालीन योजना पर भी काम कर रही है। सबकी सहमति से पुनर्वास का कार्य किया जाएगा।
सीएम पुष्कर सिंह धामी कस्बे के उत्तराखंड आश्रम पहुंचे। जहां पर्वतीय समाज के अध्यक्ष एस एस तड़ागी के नेतृत्व में स्वागत कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस दौरान धामी ने अपने पुश्तैनी तीर्थ पुरोहित जगदीश चंद्र सतीश चंद्र तिवारी से आशीर्वाद लिया। और अपने पुश्तैनी खाते में नाम दर्ज करवा कर हस्ताक्षर किए।