सीकर – सीकर में जमकर बरसे राकेश टिकैत, कहा लुटेरों के अंतिम बादशाह को दिल्ली बाहर करना होगा
राकेश टिकैत बोले- 70 साल से घाटे की खेती कर रहा है किसान, फसल कटाई के कारण आंदोलन कमजोर नहीं पड़ेगा
सीकर- केन्द्र सरकार की ओर से लाए गए कृषि कानूनों के खिलाफ किसान नेता राकेश टिकैत मंगलवार को राजस्थान के सीकर में सयुक्त किसान मोर्च के आवाहन पर कृषि मण्डी में आयोजित किसान महापचांयत में केन्द्र सरकार के खिलाफ जमकर बरसे। इस दौरान उन्होंने जहां किसानों को एकजुट होने की बात कही, वहीं उसी के साथ ये संदेश भी दे दिया कि किसानों का यह संघर्ष लंबा चलेगा। भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत ने किसानों से लुटेरों के सरदार को दिल्ली से बाहर करने की अपील की। टिकैत ने बिना किसी का नाम लिए कहा वह लुटेरों का अंतिम बादशाह है उसे दिल्ली से बाहर किया जाना चाहिए। टिकैत ने कहा था कि केंद्र सरकार किसी भी गलतफहमी में नहीं रहना चाहिए कि किसान फसल की कटाई के लिए वापस जाएंगे। यदि वे मजबूर करेंगे तो हम अपनी फसलों को जला देंगे। उन्हें यह नहीं सोचना चाहिए कि विरोध 2 महीने में खत्म हो जाएगा। हम फसल के साथ-साथ विरोध जारी रखेंगे। टिकैत ने कहा था कि फसलों की कीमतों में वृद्धि नहीं हुई है। लेकिन ईंधन की कीमतें बढ़ गई हैं। केंद्र ने स्थिति को बर्बाद कर दिया है, यदि जरूरत हुई तो हम अपने ट्रैक्टरों को पश्चिम बंगाल में भी ले जाएंगे, क्योंकि वहां पर भी किसानों को एमएसपी नहीं मिल रही है। इस दौरान राकेश टिकैत ने कहा कि किसान 70 साल से घाटे की खेती कर रहा है। किसान को एक फसल की कुर्बानी देनी पड़ेगी और इसके लिए किसान तैयार हैं। अगर फसल ज्यादा मजदूर लगाकर काटनी पड़ेगी तो भी काटेगा। फसल की वजह से आंदोलन कमजोर नहीं होगा।
व्यापारी और भिखमंगे को नहीं होता देश और खेत से प्यार
महापंचायत में संबोधन के दौरान टिकैत ने शेखवाटी के किसानों से कहा यह लडाई लंबी चलेगी, जब तक न्यूनतम समर्थन मूल्य एमएसपी पर कानून नहीं बने। यह लडाईयां लंबी लड़ी जायेंगी। आप तैयारी रखो दिल्ली तक मार्च करने की। टिकैत ने कहा व्यापारी और भिखमंगे को देश और खेत से प्यार नहीं होता, भिखारी को जहां ठीक धन मिलता है वह वहीं चला जाता है और इसी प्रकार व्यापारी वहीं काम करता हैं जहां उसे मुनाफा मिलता है।
किसान करेंगे अब ट्रैक्टर क्रांति – राकेश टिकैत ने इस बार 40 लाख ट्रैक्टरों से करेंगे संसद का घेराव
सरकार हमें राज्यों, धर्म आदि के नाम पर बांटने का प्रयास कर रही है लेकिन हमारा न मंच टूटेगा, न पंच टूटेंगे, न फर्ज टूटेगा। किसानों को हक दिलाना हमारा फर्ज है और इस फर्ज को पूरा करने के लिए हम डटे रहेंगे। राकेश टिकैत ने कहा कि पहले चार लाख ट्रैक्टर यहां एकत्र किए थे और अब 40 लाख ट्रैक्टर एकत्र कर संसद का घेराव करेगें। इसके लिए देशभर में जाएंगे और महापंचायत की जाएगी।
800 गांवों के किसान पहुंचे किसान महापंचायत में
किसान महापंचायत में मंगलवार को एक लाख किसानों के पहुंचने का दावा किया था। लेकिन संयुक्त किसान मोर्चा के पदाधिकारियों का टारगेट फेल होता नजर आया। इस दौरान जिले के लगभग 800 गांवों के किसान मंडी में आयोजित महापंचायत में पहुंचेे। जिन्होनें केंद्र सरकार के कृषि बिलों के खिलाफ अपनी एकता व बुलंद आवाज की पेशगी की।
केन्द्र सरकार पर जमकर बरसे गायक हुड्डा
किसान महापंचायत में हरियाणा के गायक अजय हुड्डा भी पहुचे।। जिन्होने केन्द सरकार के किसान विरोधी कानूनों को लेकर देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर विवादित पंजाबी गाने के माध्यम से जमकर निशाना साधा। अजय हुड्डा ये विवादित गाना बनाकर पहले ही सुर्खियों में आ चुके हैं।
योगेंद्र यादव ने कहा- सरकार ने किसानों के साथ धोखा किया, कृषि बजट कम किया
कृषि कानूनों के खिलाफ जारी किसानों के आंदोलन से जुड़े सामाजिक कार्यकर्ता योगेंद्र यादव ने सीकर के कृषि उपज मंडी में आयोजित महापंचायत में आम बजट पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि सरकार ने किसानों के साथ धोखा किया है। सरकार ने कृषि बजट कम किया है। पिछली बार एक लाख 54 हजार करोड़ का बजट था, इस बार इसे घटाकर एक लाख 48 हजार करोड़ कर दिया है।
सीकर किसान महापंचायत में किसान नेता राकेश टिकैत के पहुचने पर स्थानीय किसानों द्वारा गाजे बाजे के साथ जोरदार भव्य स्वागत, सम्मान किया गया। इस दौरान महापंचायत में किसान नेता राजाराम मील, पूर्व विधायक अमराराम, पेमाराम, बी एल मील, कयूम कुरैशी सहित सीकर संयुक्त किसान मोर्चा के पदाधिकारी, किसान नेता सहित बडी संख्या में शेखावाटी के हजारों किसान मौजूद रहे।