धौलपुर/राजस्थान-मिलावट करने वाले मिलों,दुकानदारों पर 26 अक्टूबर से 14 नवम्बर तक अभियान चलाकर कड़ी कार्यवाही की जाएगी
शुद्ध के लिए युद्ध अभियान के आगाज के लिए वीसी का हुआ आयोजन
मिलावटखोरों पर होगी कड़ी कानूनी कार्यवाही
सूचना देने वाले को जिला कलेक्टर द्वारा दी जाएगी 51 हजार की प्रोत्साहन राशि
धौलपुर, जिला कलेक्टर राकेश कुमार जायसवाल ने बताया कि शुद्ध के लिए युद्ध अभियान को सफल बनाने के लिए चिकित्सा एवं स्वास्थय विभाग के सौजन्य से मुख्य सचिव के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग का आयोजन किया गया। उन्होंने बताया कि मावा, मसाले, दूध, घी, पनीर तथा अन्य खाद्य पदार्थों में मिलावट करने वाले मिलों,दुकानदारों पर 26 अक्टूबर से 14 नवम्बर तक अभियान चलाकर कड़ी कार्यवाही की जाएगी। यदि कोई व्यक्ति या फर्म बड़ी मात्रा में मिलावट कर रहा है तो इनके रोकथाम के लिए सूचना देने वाले व्यक्ति को जिला कलेक्टर द्वारा प्रोत्साहन राशि 51 हजार रुपये दी जाएगी तथा मिलावट की सूचना देने वाले व्यक्ति का नाम गोपनीय रखा जाएगा। इसके लिए जिला स्तरीय प्रबंधन समिति व दल संरचना का गठन किया गया है।
उन्होंने बताया कि अवमानक (सबस्टैंडर्ड) पाए गए प्रकरणों में 5 लाख तक जुर्माने का प्रावधान है। साथ ही धारा 52 के अंतर्गत अपमिश्रित (मिसब्राण्ड) पाए गए प्रकरणों में अधिकतम 3 लाख तक जुर्माना वसूले जाने का प्रावधान है। धारा 59 के अंतर्गत असुरक्षित पाए गए प्रकरणों में 6 माह से लेकर आजीवन कारावास एवं 10 लाख रुपये तक जुर्माने का प्रावधान है। कोरोना जागरूकता अभियान की तैयारियों को लेकर वीसी में समीक्षा की गई। मिलावट करने वालों पर जाँच कर त्वरित कार्यवाही करने के निर्देश दिये।नवम्बर माह से सर्दी और मौसमी बीमारियों की संभावना, प्रदूषण बढ़ने, त्यौहारों का आगमन को ध्यान में रखते हुए अस्पतालों में व्यवस्थाएँ दुरस्त करने के निर्देश दिए। आईसीयू बैड, ऑक्सीजन बैड, वेंटिलेटर ऑक्सीजन सप्लाई व ऑक्सीजन प्रोडक्शन व्यस्था दुरस्त रखने के निर्देश दिए। काउंसललिंग के लिए 181 का उपयोग करें।
जिनमें पोस्ट कोविड प्रोटोकॉल क्लिनिक आउटडोर ट्रेनिंग सुबह 9 बजे से सांय 7 बजे तक, योग प्राणायाम के लिए व्यवस्था तथा काउंसलर की व्यवस्था करने के निर्देश दिए। इसके लिए कोरोना के प्रति जागरुकता बढ़ाने के लिए अभियान चलाया जाएगा। कोरोनाकाल में संकट की इस घड़ी में हमारी सरकार द्वारा कोरोना संक्रमण को नियंत्रित करने के लिए बेहतर इंतजाम किए गए। कोरोना से बचाव हो सके इसके लिए जन जागरूकता सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण है। जागरूकता पैदा करने का बड़ा अभियान जिले में विशेष जागरूकता अभियान चलाकर कोरोना से बचाव का संदेश गांव-ढाणी, मोहल्ले तक पहुंचाया जा रहा है, ताकि लोग इस बीमारी के खतरे को समझते हुए इससे बचाव के तरीके अपनाएं। लोगों को बार-बार हाथ धोने, दो गज की दूरी बनाए रखने, बिना मास्क बाहर नहीं जाने और सार्वजनिक स्थानों पर नहीं थूकने जैसी बातों को अपनी जीवन शैली का हिस्सा बनाने के लिए प्रेरित किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि जनप्रतिनिधियों, अधिकारियों-कर्मचारियों, सामाजिक संगठनों, ग्रास रूट स्तर के कार्मिकों को मिशन मोड पर काम कर इस अभियान को सफल बनाना होगा। मुख्य सचिव ने वीडियो कान्फ्रेंस में जिला कलेक्टर, पुलिस अधीक्षकों तथा मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारियों के साथ जिलों में कोरोना संक्रमण की स्थिति की समीक्षा तथा जागरूकता अभियान को लेकर चर्चा भी की। कोरोना संक्रमण की शुरूआत से ही राज्य सरकार ने कदम उठाते हुए इसे नियंत्रित रखा है। आगे भी लोगों का जीवन बचाने के लिए इतने वृहद स्तर पर जागरूकता अभियान चलाने वाला राजस्थान पहला राज्य है।
वीसी में जिला पुलिस अधीक्षक केसर सिंह शेखावत, अतिरिक्त जिला कलेक्टर नरेंद्र कुमार वर्मा, सहायक कलेक्टर भारती भारद्वाज, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी गोपाल प्रसाद गोयल, अतिरिक्त मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी चेतराम मीना सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी कर्मचारी उपस्थित रहे।