कोटा इटावा – प्रशासन की अनदेखी का शिकार हुई नाव ,नदी पार करते हुआ हादसा एक दर्जन की मौत वाहनों के साथ 50 थे नाव में सवार
राजस्थान की शिक्षा नगरी के नाम से मशहूर कोटा जिले में बुधवार को चंबल नदी ने 12 लोगों की जान ले ली। और 3 अब भी लापता हैं। यह हादसा इटावा के पास चंबल नदी में नाव पलटने से हुआ। सुबह 9 बजे गोठड़ा कला गांव के पास नाव पलट गई और उसपर सवार करीब 50 लोग नदी में डूबने लगे। जिनको तैरना आता था वह किनारे की ओर बढ़ने लगे लेकिन करीब एक दर्जन से अधिक लोग कामयाब नही हो पाए। देखते ही देखते नाव नदी में डूब गई और उसपर सवार 12 लोग अपनी जान गवा बैठे।
जानकारी के अनुसार हादसे का शिकार हुये अधिकांश लोग नाव से कमलेश्वर धाम दर्शन के लिए जा रहे थे। इसी दौरान अत्यधिक भारत वह अनबैलेंस के चलते अचानक नाव पलट गई और सभी लोग नदी के पानी में बहने लगे। हादसे की सूचना मिलने के बाद प्रशासन हरकत में आया और आनन-फानन में राहत और बचाव कार्य शुरू किया गया। जब तक पानी में कई लोग डूब चुके थे इस दौरान वहां खड़े कई लोग केवल वीडियो बनाने में ही अपना समय व्यतीत कर रहे थे प्रशासन की ओर से पानी में डूबे लोगों की तलाश के लिये रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया गया। ताजा जानकारी के अनुसार अब तक 7 पुरुष, 4 महिलाओं और 1 बच्चे का शव निकाला जा चुका है लेकिन अब भी 3 लोगों के लापता होने की बात कही जा रही है।
इस हादसे के पीछे के जो कारण अभी तक सामने आये हैं वो भी चौंकाने वाले हैं। यह नाव 25 लोगों का भार उठाने की क्षमता रखती थी लेकिन प्रशासन की अनदेखी के कारण इससे दोगुने यानी 50 लोग सवार हो गये। नदी से जान बचाकर बाहर निकले कुछ लोगों का तो यहां तक कहना है कि नाव चालक मना करता रहा लेकिन लोग चढ़ते गये। उन्होंने बताया कि लोगों के अलावा इस नाव में एक दर्जन से अधिक दो पहिया वाहन भी रखी थी। जो नाव के माध्यम से नदी के उस पार जाना चाह रहे थे और वजन ज्यादा होने से ही नाव पलट गई।
यह हादसा नदी के उस हिस्से में हुआ जहां गहराई 40 से 50 फीट थी। हालांकि घटना के तुरंत बाद मौके पर मौजूद ग्रामीण कुछ लोगों की जान बचाने में कामयाब रहे लेकिन फिर भी ये हादसा 15 लोगों की जिंदगी लील गया।
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने घटना को लेकर दुख जताया है। उधर, राज्य सरकार की ओर से हादसे में मरने वालों के आश्रितों को तत्काल सहायता के रूप में मुख्यमंत्री सहायता कोष से एक-एक लाख रुपये की सहायता राशि देने की घोषणा की गई है।