अजमेर – 7.2 करोड़ की लागत से बनेगा जेएलएन अस्पताल में आइसोलेशन वार्ड
अजमेर स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत संभाग के सबसे बड़े जवाहर लाल नेहरू अस्पताल में 7.2 करोड़ की लागत से आइसोलेशन वार्ड बनाया जा रहा है। इसकी निविदा जारी कर दी गई है। 5 फरवरी को खोली जाएगी। अस्पताल में अब 30 की जगह पर आइसोलेशन वार्ड में 100 बेड होंगे।
चिकित्सा मंत्री डॉ. रघु शर्मा और जिले के प्रभारी मंत्री लाल चंद कटारिया 22 दिसंबर को अजमेर प्रवास पर थे। डॉ. शर्मा ने कोरोना संक्रमण बचाव की तैयारियों का जायजा लिया था। उन्होंने आइसोलेशन वार्ड में पलंगों की संख्या 30 से बढ़ाकर 100 किए जाने की मंजूरी दी थी। इसके बाद जिला कलक्टर एवं अजमेर स्मार्ट सिटी लिमिटेड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी प्रकाश राजपुरोहित ने बुधवार साप्ताहिक निरीक्षण के दौरान स्थन चयन को लेकर अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए थे वर्तमान में आइसोलेशन वार्ड के पीछे जी प्लस थ्री नया वार्ड बनाने की कार्य योजना तैयार की गई है।
78 पलंगों का होगा नया आइसोलेशन वार्ड
नगर निगम आयुक्त एवं अजमेर स्मार्ट सिटी लिमिटेड के अतिरिक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी डॉ. खुशाल यादव ने बताया कि अस्पताल परिसर में 800 वर्ग मीटर क्षेत्रफल में जी प्लस थ्री वार्ड बनाया जाना प्रस्तावित है। ग्राउंड फ्लोर, सैकंड फ्लोर और थर्ड फ्लोर वार्ड बनाए जाएंगे। प्रत्येक वार्ड में 24-24 पलंगों का प्रावधान होगा। प्रत्येक फ्लोर पर टॉयलेट ब्लॉक बनाए जाएंगे। फर्स्ट फ्लोर पर ऑपरेशन थियेटर और 6 स्पेशल वार्ड अटैच लेट-बाथ बनाए जाएंगे।
दो लिफ्ट का है प्रावधान
मरीजों की सुविधा के लिए नए बनने वाले आइलोशन वार्ड में दो लिफ्ट का प्रावधान रखा गया है। वार्ड में लिफ्ट की सुविधा होने से यहां भर्ती मरीजों को परेशानी का सामना नहीं करना पड़ेगा।
इसलिए जरूरी है आइसोलेशन वार्ड
किसी संक्रामक बीमारी को फैलने से रोकने के लिए किसी को कुछ वक़्त तक अलग रखा जाता है। उल्लेखनीय है कि कोरोना भी एक संक्रामक बीमारी है इसलिए इससे पीड़ित या पीड़तों के संपर्क में आने वालों लोगों को अलग रखा जा रहा है। कोरोना संक्रमण के दौरान सरकारी अस्पतालों में आइसोलेशन वार्ड का विस्तार किया गया।
मेडिसन और पीडियाट्रिक ब्लॉक के बाद आइसोलेशन वार्ड
स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत मरीजों को बेहतर चिकित्सा सुविधा प्रदान करने के उद्देश्य से जवाहरलाल नेहरू अस्पताल में मेडिसन और पीडियाट्रिक ब्लॉक का निर्माण किया जा रहा है। इसी क्रम में अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड का विस्तार करते हुए 30 के स्थान पर 100 पलंगों का किया जा रहा है।