अजमेर – बेटियों ने बेटे की कमी नहीं होने दी पूरी, हिंदू परंपराओं को तोड़ा
बिहारीगंज की बेटियों ने मां की मृत्यु पर बेटे की कमी को पूरा किया और हिंदू परंपराओं को तोड़ते हुए न सिर्फ अपनी मां को कंधा दिया बल्कि शमशान पहुंचकर उन्हें मुखाग्नि भी दी गई।
बिहारीगंज में रहने वाली उषा शर्मा के निधन के बाद बेटों की कमी को पूरा करते हुए घर की 5 बेटियों ने उन्हें कंधा देकर शमशान पहुंचाया। बिहारीगंज चौथी गली में रहने वाली उषा शर्मा कैंसर से ग्रसित थी जिनका बीती रात निधन हो गया। इसके बाद उनकी बेटी ग्रीष्मा शर्मा और अन्य बेटियों के साथ ही एक धेवते ने उनके अंतिम संस्कार की रस्म अदा की। ग्रीष्मा शर्मा ने बताया कि उनके कोई भाई नहीं है जिसके चलते मां की अंतिम क्रिया कर्म मौसी उनकी बेटियों ने ही किया है।बेटियों ने ही बेटों का फर्ज अदा करते हुए श्मशान तक अर्थी को कंधा दिया और अंतिम संस्कार की सभी रस्मे पूरी की।इस मौके पर समाज के लोगों ने बेटियों के जज़्बे को सलाम किया।
गौरतलब है कि हिंदू परंपराओं के अनुसार बेटियां न तो अपने परिजन की मौत पर कंधा देती है और नहीं शमशान पहुंचकर मुखाग्नि देकर क्रिया क्रम में शामिल होती है लेकिन इन दिनों बड़ी संख्या में देश की मजबूत बेटियों द्वारा बेटे की कमी को पूरा किया जा रहा है और बेटियां बेटे के समान ही हर धार्मिक रस्म में शामिल हो रही है।